यूँ तो कहते हैं सब कि
"समुन्दर में
नहा कर तुम
और भी
नमकीन हो गई हो ~~~",
पर पता है कहाँ उन्हें,
कि ..
समुन्दर में कम ..
सनम ...
तुम तो
मेरे नयनों के
खारे पानी वाले
भींजे ख़्वाबों में
भींज-भींज कर ही
तनिक ज्यादा
या तनिक कम
नमकीन हुई हो .. बस यूँ ही ...