(1)
धाराएँ
नदियों की हों
या कानून की,
लागू ना हों,
यदि
सच्चे और
अच्छे ढंग से
तो बेकार हैं .. शायद ...
धाराएँ
दोनों की ही,
कभी
498-ए की तरह
मूक या फिर
18-ए जैसी
वाचाल हों,
तो बेकार हैं .. शायद ...
【भारतीय दंड संहिता की धारा - 498A & 18A धाराएँ . (Sections 498A & 18A of Indian Penal Code (IPC) 】.
(2)
अनवरत
हैं तर तेरी
यादों की
तरलता से
सोचें
हमारी ..
मानो ..
धाराएँ
नदियों की
हो धमनियाँ-सी,
अपनी
धरा की ...