Amity University में अध्ययनरत जनसंचार (Mass Communication) की एक छात्रा द्वारा लिपिबद्ध की गई और स्वयं उसके खुद के लिए बनाए गए अपने College के एक Project work के तहत उसी की बनाई एक Google Drive Film - " पर्ची " के लिए मेरे अभिनय का एक प्रयास ... फिल्मांकन के दिन तब तो लॉक-डाउन नहीं था, बस उस एक रविवार के दिन का 9 से 10 घंटे लगे थे इस 3 मिनट की फ़िल्म के लिए। स्क्रिप्ट की सिटिंग रिहर्सल, डॉयलॉग याद करना, सहकलाकार को निर्देशन, रिटेक, दृश्य के अनुसार पोशाक का परिवर्तन ... मतलब कास्टिंग से The End तक ... सब कुछ एक ही दिन के 9 से 10 घंटे में ... उसी छात्रा की एक सहेली के घर, दूसरी किसी सहेली का कैमरा और कैमरा उसी छात्रा के एक बाल-मित्र ( Boy Friend ) के हाथ में ..
एक और ख़ास बात ... इस Google Drive Film को आप लोगों की सुविधा के लिए इसे Youtube Chhanel में परिवर्तित कर के "पाँच लिंकों का आनंद" ब्लॉग टीम की यशोदा जी ने अपने Youtube Channel - Yashoda Agrawal पर साझा करके मदद कीं हैं।
बस 3 - 4 मिनट ही आपका क़ीमती समय चाहिए ... तो बस ... शुरू हो जाइए ...
जी ! नमन आपको और आभार आपका इस प्रयास को अपने मंच पर साझा करने के लिए ... साथ ही आपका और यशोदा जी का अतिरिक्त आभार इस प्रयास के Google Drive Film को Youtube Channel में परिवर्तित करने का योगदान देने के लिए ... पुनः पाँच लिंकों का आनंद का मन से आभार ...
जी ! आभार आपका इसको Youtube Channel में परिवर्तित का के आसान बनाने के लिए और श्वेता जी का भी साझा करने के लिए ... कभी मौका हो और उचित लगे तो "मुआवज़ा" को भी साझा किजिएगा अपने मंच पर ...
सार्थक प्रस्तुति सुबोध जी | आप रचनाकार तो अच्छे हैं ही कलाकार भी कम नहीं हैं | लघु सी ये फिल्म स्तब्ध करती है ! यूँ docter की पर्ची पर दवा का नाम अक्सर पढ़े लिखे लोग भी समझ नहीं पाते | अशिक्षा हर लिहाज से अभिशाप है | माता पिता का ये भेदभाव एक लडकी को बहुत पीछे ले जाता है |पर आज धीरे धीरे बहुत सुधार है |सादर -
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteश्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जी नमन आपको और आभार आपका प्रस्तुति वाली।वीडियो तक आने के लिए ...
ReplyDeleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना शुक्रवार ३ अप्रैल २०२० के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
जी ! नमन आपको और आभार आपका इस प्रयास को अपने मंच पर साझा करने के लिए ... साथ ही आपका और यशोदा जी का अतिरिक्त आभार इस प्रयास के Google Drive Film को Youtube Channel में परिवर्तित करने का योगदान देने के लिए ...
ReplyDeleteपुनः पाँच लिंकों का आनंद का मन से आभार ...
आभार भाई सुबोध जी ..
ReplyDeleteबहुत ही प्यारा व शिक्षाप्रद वीडिय़ो
हम भी सीख ही रहे हैं अपलोड करना
ये छठा सफल प्रयास है
आभार
सादर
जी ! आभार आपका इसको Youtube Channel में परिवर्तित का के आसान बनाने के लिए और श्वेता जी का भी साझा करने के लिए ... कभी मौका हो और उचित लगे तो "मुआवज़ा" को भी साझा किजिएगा अपने मंच पर ...
Deleteवाह!सुबोध जी ,बहुत ही अच्छा अभिनय 👌👌👌
ReplyDeleteजी ! आभार आपका यहाँ अपना क़ीमती समय साझा करने के लिए ... इसी ब्लॉग पर " मुआवज़ा " का भी अवलोकन किजिएगा ... शायद अच्छा ही लगे ...
Deleteशानदार अभिनय ।सार्थक संदेश ।शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteसादर।
जी ! नमन आपको और आभार इस प्रयास तक आने के लिए ...
Deleteआदरणीय सबोध जी के शानदार अभिनय के साथ उत्कृष्ट लिंको का संकलन, एवं लाजवाब प्रस्तुतीकरण।
ReplyDeleteजी ! नमन आपको सुधा जी और आभार आपका इस प्रयास को सराहना से सजाने के लिए ...
ReplyDeleteसार्थक प्रस्तुति सुबोध जी | आप रचनाकार तो अच्छे हैं ही कलाकार भी कम नहीं हैं | लघु सी ये फिल्म स्तब्ध करती है ! यूँ docter की पर्ची पर दवा का नाम अक्सर पढ़े लिखे लोग भी समझ नहीं पाते | अशिक्षा हर लिहाज से अभिशाप है | माता पिता का ये भेदभाव एक लडकी को बहुत पीछे ले जाता है |पर आज धीरे धीरे बहुत सुधार है |सादर -
ReplyDeleteजी ! आभार आपका ... वैसे पुरुष हो या नारी .. साक्षर तो सभी को होना चाहिए ही .. और ज्ञानी के साथ ही विवेकानंद नही भी तो विवेकशील तो होना ही चाहिए ना ...
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