Tuesday, March 31, 2020

मुआवज़ा ...

आज Lock Down के 7वें दिन अगर आपके पास समय हो तो ... आप थोड़ा समय दीजिए और  ... 1989 में हुए भागलपुर दंगे के बाद उस घटना के आधार पर काल्पनिक स्वरचित लिपि के आधार पर 2018 में स्वएकलअभिनित Youtube Film - "मुआवज़ा" को ... इस एकलअभिनय के पागल चरित्र का रूप-सज्जा और पोशाक भी स्वयं का ही किया हुआ है ...
अब मत कह दीजिएगा कि ... अपने मुँह मियां मिट्ठू ...☺
बस अब अपना 7-8 मिनट क़ीमती समय मुझे साझा कीजिये ना .. बस यूँ ही ... 
( इस उपर्युक्त यूट्यूब की लिंक के अलावा नीचे की लिंक वाली नीली लकीर से कुछ बड़ी फ़िल्म चलेगी ... ).

6 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (01-04-2020) को    "कोरोना से खुद बचो, और बचाओ देश"  (चर्चाअंक - 3658)    पर भी होगी। 
     -- 
    मित्रों!
    आजकल ब्लॉगों का संक्रमणकाल चल रहा है। ऐसे में चर्चा मंच विगत दस वर्षों से अपने चर्चा धर्म को निभा रहा है।
     आप अन्य सामाजिक साइटों के अतिरिक्त दिल खोलकर दूसरों के ब्लॉगों पर भी अपनी टिप्पणी दीजिए। जिससे कि ब्लॉगों को जीवित रखा जा सके।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

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  2. जी नमन आपको और आभार आपका ...

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  3. Replies
    1. जी ! आभार आपका ... पात्र तक आने के लिए ...

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  4. पिछले साल भी देखी थी , एक बार फिर से देखकर निशब्द हूँ आदरणीय सुबोध जी | एक संवेदनशील विषय पर राजनीति के मुखौटे नौचती प्रस्तुति ! आम आदमी के मन का करुण क्रन्दन !!!साम्प्रदायिकता एक अभिशाप है हम लोग कब समझेंगे !! एक आदमी विक्षिप्त नहीं होगा तो क्या होगा ? प्रणाम और साधुवाद !!!!

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  5. जी ! आभार आपका ... हम इंसान जिस दिन अपने-अपने सम्प्रदाय के मांद से निकल पायेंगे तभी सद्भावना का सूरज देख पायेंगे ... मन में है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन ... फिलहाल ऐसा गाकर ही मन बहलाते हैं ...

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