Saturday, November 23, 2019
पूछ रही है बिटिया ...
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क ख ग घ ... ए बी सी डी .. सब तो आपने मुझ बिटिया को बहुत पढ़वाया ना पापा ? अब "एक्स-वाई" भी तो समझा दो ना पापा ! अगर भईया बना ...
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Friday, November 22, 2019
और 'बाइनाक्युलर' भी ...
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मुहल्ले की गलियों में या फिर शहर के चौक-चौराहों पर मंदिरों में .. पूजा-पंडालों में मेलों में .. मॉलों में भी तो अक़्सर टपोरियों .. लुच्च...
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Thursday, November 21, 2019
"फ़िरोज़ खान" के बहाने ...
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आज के ग्लोबल दुनिया में किसी भाषा या किसी पहनावा या फिर किसी व्यंजन विशेष पर किसी विशेष जाति, उपजाति या धर्म विशेष वाले का आधिपत्य जैसी सोच...
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Saturday, November 16, 2019
मैल हमारे मन के ...
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ऐ हो धोबी चच्चा ! देखता हूँ आपको सुबह-सवेरे नित इसी घाट पर कई गन्दे कपड़ों के ढेर फ़िंचते जोर से पटक-पटक कर लकड़ी या पत्थर के पाट पर डाल...
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Wednesday, November 6, 2019
अपनी 'पोनी-टेल' में ...
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सुनो ना !! ... बस एक बार ... आना कभी तुम मौका मिले तो घर मेरे बेशक़ .. हो सके तो साथ "उन्हें" भी लाना दिखलाना है तुम्हें .....
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Sunday, November 3, 2019
मन की कलाई पर ... ( दो रचनाएँ ).
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१)* जानिब ! .. तुम मानो .. ना मानो पर .. मेरी मन की कलाई पर अनवरत .. शाश्वत .. लिपटी हुई हो तुम मानो .. मणिबंध रेखा ... तुम .. जा...
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Friday, November 1, 2019
अनगढ़ा "अतुकान्त"
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(1)@ सजे परिधान बिंदी .. लाली .. पायल .. चूड़ियाँ .. इन सब का रहता ध्यान बस ... सजन के आने तक ... पर रहता भला होश किसे इन सबका अ...
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