Thursday, February 27, 2020
इतर इन सब से
›
जब तुम हिन्दू बनोगे तब वो मुसलमान बनेंगें पर दोनों ही साँसें लोगे .. एक ही हवा में जब तुम अवतार कहोगे तब वो पैगम्बर कहेंगें पर दोनों...
8 comments:
Thursday, February 20, 2020
मुखौटा (लघुकथा).
›
14 फ़रवरी, 2020 को रात के लगभग पौने नौ बज रहे थे। पैंतालीस वर्षीय सक्सेना जी भोजन तैयार होने की प्रतीक्षा में बस यूँ ही अपने शयन-कक्ष के ...
20 comments:
Tuesday, February 18, 2020
हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- २ - ( आलेख / एक विचार ).
›
आज मंगलवार है। हम में से एक सम्प्रदाय विशेष के अधिकांश लोग अपनी साप्ताहिक दिनचर्या के अनुसार आज और शनिवार को भी कहीं जाएं या ना जाएं परन्तु...
8 comments:
Sunday, February 16, 2020
ऋचाओं-सी ...
›
कंदराओं में शिलाओं पर इतिहास गढ़ा है सदियों यहाँ हमारे पुरखों ने रची अनेकों जुबानी ही उपनिषद-ग्रंथों की अमर ऋचाएँ युगों तक ऋषि-म...
8 comments:
हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- ३ - ( आलेख /संस्मरण/ एक विचार ).
›
" नालायक हो गया है। इतना बुलाने पर भी नहीं आया ना पप्पुआ !? " - ये पप्पू के चचेरे बड़े चाचा जी की आवाज है जो पप्पू के छोटे सगे ...
स्लीवलेस से झाँकती ...
›
बिग एफ़ एम् 92.7 पर सोम से शुक्र तक बस यूँ ही देर रात सोते वक्त आँखें मूंदें 9 से 11 जब तुम पास ही बिस्तर पर लेटे खोई रहती हो कानों में ...
14 comments:
Friday, February 14, 2020
तलाशो ना जरा वसंत को ...
›
रंग चुके हैं अब तक मिलकर हम ने सभी कई-कई कागजी पन्ने नाम पर वसंत के 'वेब-पेजों' को भी सजाए हैं कई-कई आभासी दुनिया के 'सोशल म...
4 comments:
‹
›
Home
View web version