Thursday, February 20, 2020
मुखौटा (लघुकथा).
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14 फ़रवरी, 2020 को रात के लगभग पौने नौ बज रहे थे। पैंतालीस वर्षीय सक्सेना जी भोजन तैयार होने की प्रतीक्षा में बस यूँ ही अपने शयन-कक्ष के ...
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Tuesday, February 18, 2020
हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- २ - ( आलेख / एक विचार ).
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आज मंगलवार है। हम में से एक सम्प्रदाय विशेष के अधिकांश लोग अपनी साप्ताहिक दिनचर्या के अनुसार आज और शनिवार को भी कहीं जाएं या ना जाएं परन्तु...
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Sunday, February 16, 2020
ऋचाओं-सी ...
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कंदराओं में शिलाओं पर इतिहास गढ़ा है सदियों यहाँ हमारे पुरखों ने रची अनेकों जुबानी ही उपनिषद-ग्रंथों की अमर ऋचाएँ युगों तक ऋषि-म...
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हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- ३ - ( आलेख /संस्मरण/ एक विचार ).
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" नालायक हो गया है। इतना बुलाने पर भी नहीं आया ना पप्पुआ !? " - ये पप्पू के चचेरे बड़े चाचा जी की आवाज है जो पप्पू के छोटे सगे ...
स्लीवलेस से झाँकती ...
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बिग एफ़ एम् 92.7 पर सोम से शुक्र तक बस यूँ ही देर रात सोते वक्त आँखें मूंदें 9 से 11 जब तुम पास ही बिस्तर पर लेटे खोई रहती हो कानों में ...
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Friday, February 14, 2020
तलाशो ना जरा वसंत को ...
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रंग चुके हैं अब तक मिलकर हम ने सभी कई-कई कागजी पन्ने नाम पर वसंत के 'वेब-पेजों' को भी सजाए हैं कई-कई आभासी दुनिया के 'सोशल म...
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Thursday, February 13, 2020
फीका चाँद ...- चन्द पंक्तियाँ - (२४) - बस यूँ ही ...
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कल बीते तथाकथित "HUG DAY" के बहाने ... (१)💝 फीका चाँद ... सार्वजनिक उद्यान ढलती दुपहरी गुनगुनी धूप बसंती बयार नर्म घ...
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