Friday, January 17, 2020
रक्त पिपासा ...
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साहिब ! .. महिमामंडित करते हैं मिल कर रक्त पिपासा को ही तो हम सभी बारम्बार ... होती है जब बुराई पर अच्छाई की जीत की बात चाहे राम का तीर ...
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Monday, January 13, 2020
निगहबान मांझा ... - चन्द पंक्तियाँ - (२१) - बस यूँ ही ...
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(१)* ठिकाना पाया इस दरवेश ने तुम्हारे ख़्यालों के परिवेश में ... (२)* माना .. घने कोहरे हैं फासले के बहुत दरमियां हमारे-तुम्हारे ....
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Sunday, January 12, 2020
चोट ...
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निकला करती थी टोलियां बचपन में जब कभी भी हँसती, खेलती, अठखेलियां करती सहपाठियों की सुनकर चपरासी की बजाई गई छुट्टियों की घंटी हो जाया करत...
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Wednesday, January 8, 2020
एक्स और वाई ...
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सुबह-सुबह अपने ओसारे में फैली चारपाई पर उदास बैठे रामखेलावन को खैनी मलते हुए देखकर घर के सामने के रास्ते से गुजरता हुआ उसका बचपन का लंगोटिय...
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Monday, January 6, 2020
हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- १ - ( आलेख ).
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#१) गंगा तू आए कहाँ से ... :- हम सभी गर्वीली "हम उस देश के वासी हैं, जिस देश में गंगा बहती है" से लेकर पश्चातापयुक्त "रा...
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Saturday, January 4, 2020
ये कैसी है दुआ ..
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अम्मा ! सुना है दुनिया वालों से हमेशा कि .. है तुम्हारी दुआ ओं में बहुत असर क्यों लगाती हो मुझे भला फिर तुम काजल का टीका कि .. लग जाएग...
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Friday, January 3, 2020
कब आएगा साहिब!...
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थक चुके हैं अब तक गा-गा कर के होरी और धनिया हर गाँव-शहर के मंगरु और सनीचरी हर मुहल्ला-नगर के - "हम होंगें कामयाब, हम होंगें काम...
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