Showing posts with label
सात फेरे
.
Show all posts
Showing posts with label
सात फेरे
.
Show all posts
Thursday, August 5, 2021
वो .. एक मर्दानी औरत ...
›
लम्बे, घने .. अपने बालों-सी लम्बी, काली, घनेरी अपनी ज़िन्दगी से हैं अक़्सर चुनती; रेंगती, सरकती हुई अपनी ही पीड़ाओं की सुरसुराहट भी, ठीक .. ब...
14 comments:
›
Home
View web version