Showing posts with label
सब्जीवाली
.
Show all posts
Showing posts with label
सब्जीवाली
.
Show all posts
Friday, April 22, 2022
कुम्हलाहट तुम्हारे चेहरे की ...
›
अक़्सर .. अनायास ... कुम्हला ही जाता है चेहरा अपना, जब कभी भी .. सोचता हूँ जानाँ, कुम्हलाहट तुम्हारे चेहरे की विरुद्ध हुई मन के तुम्हारे बा...
›
Home
View web version