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याद
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Monday, March 13, 2023
पर नासपीटी ...
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टहनियों को स्मृतियों की तुम्हारी फेंकता हूँ कतर-कतर कर हर बार, पर नासपीटी और भी कई गुणा अतिरिक्त उछाह के साथ कर ही जाती हैं मुझे संलिप्त,...
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Monday, March 30, 2020
याद आई भूली-बिसरी बातें ... ( बस यूँ ही ... कोरोना के बहाने ).
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अनायास अनचाहे रूप से वैश्विक स्तर पर आई कोरोना नामक वायरस वाली विपदा या यूँ कहें विश्व वायरस युद्ध ने पूरे विश्व को एक मंच पर ला खड़ा कि...
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Friday, October 25, 2019
आप और आपका उल्लू ... - चन्द पंक्तियाँ - (२०) - बस यूँ ही ...
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(१)# घर-घर चमक रहा सज रहा .. दमक रहा .. पर ... शहर-गाँव की गलियों के हर नुक्कड़ पर बढ़ गया है इन दिनों कूड़े-कचरों का ढेर और .. मुहल्...
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