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यादें
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Monday, June 7, 2021
धाराएँ ...
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(1) धाराएँ नदियों की हों या कानून की, लागू ना हों, यदि सच्चे और अच्छे ढंग से तो बेकार हैं .. शायद ... धाराएँ दोनों की ही, कभी 498-ए की...
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Wednesday, March 24, 2021
दास्तानें आपके दस्ताने की ...
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पापा ! ... वर्षों पहले तर्ज़ पर सुपुर्द-ए-ख़ाक के आपके सुपुर्द-ए-राख होने पर भी, आज भी वर्षों बाद जब कभी भी फिनाईल की गोलियों के या फिर कभी ...
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Saturday, February 13, 2021
वो बचकानी बातें ...
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दस पैसे का एक सिक्का जेबख़र्च में मिलने वाला रोजाना कभी, किसी रोज रोप आते थे बचपन में चुपके से आँगन के तुलसी चौरे में सिक्कों के पेड़ उग ...
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