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Sunday, July 28, 2019
मज़दूर
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गर्मी में तपती दुपहरी के चिलचिलाते तीखे धूप से कारिआए हुए तन के बर्त्तन में कभी औंटते हो अपना खून और बनाते हो समृद्धि की गाढ़ी-गाढ़ी राब...
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