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पहली कविता
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Wednesday, June 10, 2020
जलती-बुझती लाल बत्ती ...
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एक दिन मन में ख़्याल आया कि .. क्यों ना .. कागजी पन्नों वाले डायरी, जो बंद और गुप्त नहीं, बल्कि हर आयुवर्ग के लिए खुले शब्दकोश के तरह हो, ...
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