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चन्द पंक्तियाँ - (७) - बस यूँ ही ...
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Tuesday, August 6, 2019
चन्द पंक्तियाँ - (७) - बस यूँ ही ....
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(1)# माना कि ... पता नहीं मुझे पता तुम्हारा, पर सुगन्धों को भला कब चाहिए साँसों का पता बोलो ना जरा ... चलो बन्द कर भी दो अपनी दो आँ...
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