Tuesday, July 27, 2021
बंद है मधुशाला ...
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ऐ जमूरे !! हाँ .. उस्ताद !!! खेल-मदारी तो हुआ बहुत रे जमूरे, आज ले लें हम क्यों ना...
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Sunday, July 25, 2021
पंजीकृत बेमुरव्वत ? ...
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सरकार द्वारा तयशुदा शुल्क से अधिक राशि, वाहन चलाने के अनुज्ञा पत्र हेतु भुगतान करने जैसा, तोड़ कर यातायात के नियमों को बिन रसीद, सिपाही क...
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Saturday, July 24, 2021
'मॉडर्न आर्ट'-सी ...
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शहर की सरकारी या निजी पर लावारिस, कई-कई दीवारों के 'कैनवासों' पर, कतारों में उग आए कंडों पर अक़्सर .. कंडे थापती, मटमैली लिबास में,...
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Wednesday, July 21, 2021
वो हो जाने दूँ ? ...
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विधाता ! , तू कहे अगर तो, चंद सवाल तुझसे पूछूँ , या फिर .. बस यूँ ही ... जो होता है , वो हो जाने दूँ ? देकर एक बार कभी, किसी को तू जीवनदान, ...
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Saturday, July 17, 2021
एतवार के एतवार ये ...
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मेड़ों से सीलबंद खेतों के बर्तनों में ठहरे पानी के बीच, पनपते धान के बिचड़ों की तरह, आँखों के कोटरों की रुकी खारी नमी में भी उगा करती हैं...
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Wednesday, July 14, 2021
इक बगल में ...
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आना कभी तुम .. किसी शरद पूर्णिमा की, गुलाबी-सी हो कोई जब रूमानी, नशीली रात, लेने मेरे पास रेहन रखी अपनी साँसें सोंधी और अपनी धड़कनों की ...
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Tuesday, July 13, 2021
बाबिल का बाइबल ...
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इसी रचना/बतकही से :- "अभी हाल-फ़िलहाल में सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) पर इसके कुछ बयान ने हम सभी का ध्यान बरबस ही अपनी ओर खींच लिया। मन क...
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