बंजारा बस्ती के बाशिंदे
Saturday, February 6, 2021

बासंती हलचल में ...

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 यूँ तो किसी  चुनावी मौसम के  रंगबिरंगे पोस्टरों की  मानिंद मुझे  अपनी उम्र की बासंती हलचल में अपने दिल की दीवार पर  है सजाया  बहुत ख़ूब  तुम...
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Saturday, January 30, 2021

रामः रामौ रामा: ...

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आजकल मुहल्ले या शहर-गाँव में कई-कई लाउडस्पीकरों की श्रृंखला में बजने (?) वाले कानफोड़ू तथाकथित जगराता, जागरण या सत्यनारायण स्वामी की कथा या फ...
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Friday, January 29, 2021

चँदोवा ...

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किसी का रूढ़िवादी होना भी कई बार हमें गुदगुदा जाता है । ठीक उस 'डिटर्जेंट पाउडर' विशेष के विज्ञापन - " कुछ दाग़-धब्बे अच्छे होते ...
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Thursday, January 28, 2021

मुँहपुरावन वाली चुमावन ...

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एक शाम किसी लार्वा की तरह कुछ बिम्बों में लिपटी चंद पंक्तियाँ मन के एक कोने में कुलबुलाती-सी, सरकती-सी महसूस हुई .. बस यूँ ही ... :- " ...
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Saturday, January 23, 2021

कलात्मक फ्यूज़न ...

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यूँ तो देखे हैं अक़्सर हमने जनजाति महिलाओं के , उनके पहने हुए हसुली के इर्द-गिर्द , छाती के ठीक ऊपर या और भी कई नंगे अंगों पर  पारम्परिक चित्...
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Sunday, January 17, 2021

हम हो रहे ग़ाफ़िल ...

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अब तथाकथित खरमास खत्म हो चुका है। पुरखों के कथनानुसार ही सही, आज भी बुद्धिजीवी लोग कहते हैं कि खरमास में शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। अब पुरखो...
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Thursday, November 26, 2020

कागभगोड़े

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सदियों से हो मौन खड़े और कहीं बैठे , कँगूरे वाले ऊँचे-ऊँचे भवनों के भीतर , पर देखो नीले आसमान के नीचे खड़े  कागभगोड़े भी हैं तुझ से कहीं बेहतर।...
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Subodh Sinha
आम नागरिक, एक इंसान बनने की कोशिश
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