Wednesday, June 24, 2020
चंद बूँदें लहू की ...
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माना अकड़ाते हैं अक़्सर गर्दन अपनी आप सभी, दावा किए अपनी-अपनी, कभी देवता-विशेष से मिले अपने डीएनए* की या किसी ऋषि-मुनि की या फिर किसी अवत...
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Tuesday, June 23, 2020
बाथरूम की दीवार पर ...
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आपको याद हो शायद .. 22 मई' 2020 को अपनी एक पुरानी रचना - " मिले फ़ुर्सत कभी तो ... " और उसकी प्रस्तुति का वीडियो भी मैं ने ...
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Saturday, June 20, 2020
ताबूत आने की ...
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◆(1)◆ लहानिया भीखू ज्यों करती है प्रतीक्षा उगते सूरज की छठ के भोर में अर्ध्य देने को भिनसारे, हाथ जोड़े कभी,तो कभी अचरा प...
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Friday, June 19, 2020
बाइफोकल* सोच ...
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■ खंडन/अस्वीकरण (Disclaimer) ■ :- ●इस कहानी के किसी भी पात्र या घटना का किसी भी सच्ची घटना या किसी भी व्यक्ति से को...
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Monday, June 15, 2020
तुम्हारी आखिरी सौतन ...
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प्रकृति की दो अनुपम कृति- नर और नारी। जन्म से ही आपसी शारीरिक बनावट में कुछ क़ुदरती अंतर के बावजूद अपने बालपन में .. दोनों में कोई भी भेदभाव...
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Sunday, June 14, 2020
दायरे की त्रिज्या ...
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सर्वविदित है कि आज, 14 जून को, विश्व रक्तदान दिवस या विश्व रक्तदाता दिवस है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 2004 में 14 जून को...
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Wednesday, June 10, 2020
जलती-बुझती लाल बत्ती ...
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एक दिन मन में ख़्याल आया कि .. क्यों ना .. कागजी पन्नों वाले डायरी, जो बंद और गुप्त नहीं, बल्कि हर आयुवर्ग के लिए खुले शब्दकोश के तरह हो, ...
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