बंजारा बस्ती के बाशिंदे
Wednesday, January 8, 2020

एक्स और वाई ...

›
सुबह-सुबह अपने ओसारे में फैली चारपाई पर उदास बैठे रामखेलावन को खैनी मलते हुए देखकर घर के सामने के रास्ते से गुजरता हुआ उसका बचपन का लंगोटिय...
4 comments:
Monday, January 6, 2020

हाईजैक ऑफ़ पुष्पक ... - भाग- १ - ( आलेख ).

›
#१) गंगा तू आए कहाँ से ... :- हम सभी गर्वीली "हम उस देश के वासी हैं, जिस देश में गंगा बहती है" से लेकर पश्चातापयुक्त "रा...
8 comments:
Saturday, January 4, 2020

ये कैसी है दुआ ..

›
अम्मा ! सुना है दुनिया वालों से हमेशा कि .. है तुम्हारी दुआ ओं में बहुत असर क्यों लगाती हो मुझे भला फिर तुम काजल का टीका कि .. लग जाएग...
16 comments:
Friday, January 3, 2020

कब आएगा साहिब!...

›
थक चुके हैं अब तक गा-गा कर के होरी और धनिया हर गाँव-शहर के मंगरु और सनीचरी हर मुहल्ला-नगर के - "हम होंगें कामयाब, हम होंगें काम...
8 comments:
Wednesday, January 1, 2020

गुड़ खाए और ...

›
" हेलो ... " " हाँ .. हेल्लो .. " " हैप्पी न्यू इयर भाई " "अरे .. अंग्रेजी में क्यों बोल रहे हैं, ...
6 comments:
Tuesday, December 31, 2019

बदलता तो है कैलेंडर ...

›
समय गुजरता सर्र-सर्र ..सर्र-सर्र .. कैलेंडर के पन्ने उड़ते फर्र-फर्र ..फर्र-फर्र .. कहते हैं एक-दूसरे को सब ख़ुश होकर " हैप्पी न्यू इ...
2 comments:
Saturday, December 28, 2019

ब्रह्माण्ड की बिसात में ...

›
हाथों को उठाए किसी मिथक आस में बजाय ताकने के ऊपर आकाश में बस एक बार गणित में मानने जैसा मान के झांका जो नीचे पृथ्वी पर उस ब्रह्माण्ड से ...
16 comments:
‹
›
Home
View web version

About Me

My photo
Subodh Sinha
आम नागरिक, एक इंसान बनने की कोशिश
View my complete profile
Powered by Blogger.