Saturday, August 24, 2019
दोनों प्रेम-प्रदर्शन में शिला ...
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समान है दोनों में शिला पर एक सफ़ेद क़ीमती मकराना की शिला तो दूसरी गहलौर के पहाड़ की काली शिला समान हैं दोनों में बाईस वर्ष पर एक में जु...
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Friday, August 23, 2019
चन्द पंक्तियाँ - (११) - बस यूँ ही ...
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(1)@ गाहे- बगाहे गले मिल ही जाते हैं साफिया की अम्मी के बावर्चीखाने से बहकी ज़ाफ़रानी जर्दा पुलाव की भीनी ख़ुश्बू और ..... सिद्धार्थ...
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Thursday, August 22, 2019
देहदान - ( कहानी ).
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इसी कहानी " देहदान" का एक अंश :- ◆【लगभग ठहाका लगाते हुए अनूप ने नुपूर के दोनों कंधे को प्यार से पकड़ कर - " जो सबसे दिलचस्प...
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Wednesday, August 21, 2019
शाख़ से जुड़ा गुलाब
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एक गुलाब पुष्पगुच्छों में बंधा किसी वातानुकूलित सभागार के सुसज्जित मंच के केंद्र में एक क़ीमती मेज़ पर पड़े किसी गुलदस्ते में था रखा हिक़...
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Monday, August 19, 2019
चन्द पंक्तियाँ - (१०) - बस यूँ ही ...
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(1)@ साहिब ! आप सूरज की सभी किरणें मुट्ठी में अपनी समेट लेने की ललक ओढ़े जीते हैं ... और ...हम हैं कि चुटकी भर नमक की तरह ओसारे...
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Saturday, August 17, 2019
इंसान वाली तस्वीर
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बेटा ! सुन लो ना जरा ! ... मरणोपरांत तस्वीर मेरी टाँगना मत कभी भी बैठक की किसी ऊँची दीवार पर मालूम ही है ना तुमको कि..... ऊँचाइयों से ...
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गन्दे पापा !
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अनूप अभी सुबह के कुछ घरेलू रोजमर्रा के सामानों मसलन - हरी सब्ज़ियाँ, फल, पाँच वर्षीया बिटिया मिताली के लिए 'डेरी- मिल्क', सात सा...
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