बंजारा बस्ती के बाशिंदे
Saturday, August 17, 2019

इंसान वाली तस्वीर

›
बेटा !  सुन लो ना जरा ! ... मरणोपरांत तस्वीर मेरी टाँगना मत कभी भी बैठक की किसी ऊँची दीवार पर मालूम ही है ना तुमको कि..... ऊँचाइयों से ...
22 comments:

गन्दे पापा !

›
अनूप अभी सुबह के कुछ घरेलू रोजमर्रा के सामानों मसलन - हरी सब्ज़ियाँ, फल, पाँच वर्षीया बिटिया मिताली के लिए 'डेरी- मिल्क',  सात सा...
8 comments:
Friday, August 16, 2019

यार ! ... गैस सिलेंडर यार !!

›
यार! गैस सिलेंडर यार !! तू इंसान तो नहीं पर देता है सबक़ इंसानों से बेहतर और बेशुमार .... सबक़ पहली - आग भी जलाते हो तुम घर-घर के चूल्...
6 comments:
Thursday, August 15, 2019

मैं घाटा से बच गई ! - ( एक लघुकथा - रक्षाबंधन के बहाने )....

›
किसी एक रक्षाबन्धन वाले दिन की एक रात फ़ोन ... स्वाभाविक है मोबाइल ... पर दो बहनों की ... शादीशुदा बहनों ... की वार्तालाप का एक अंश ... वा...
16 comments:
Wednesday, August 14, 2019

क्या सच में पगला गया हूँ मैं !????????

›
स्वतंत्रता-दिवस पर हमने ना बदली है अपनी डी. पी. और ना ओजपूर्ण वीर रस की कोई एक भी रचना है रची ना ही कोई देशभक्ति भाषण मंच पर चढ़ कर है ...
8 comments:
Tuesday, August 13, 2019

चन्द पंक्तियाँ - (९ ) - बस यूँ ही ...

›
(1)** शेख़ी बघारता दिनभर किसी जेठ-सा सूरज हो जाएगा जब ओट में शाम के मटमैले चादर के आएगी तब नववधू-सी रात जुगनूओं के टाँके लगे काले प...
12 comments:
Sunday, August 11, 2019

चन्द पंक्तियाँ - (८) - बस यूँ ही ...

›
(1)* अब तक "मन के डेटिंग" पर मिली हो जब भी तुम तो .... कृत्रिम रासायनिक सौंदर्य- प्रसाधनों और सुगंधों की परतों में लिपटी कि...
12 comments:
‹
›
Home
View web version

About Me

My photo
Subodh Sinha
आम नागरिक, एक इंसान बनने की कोशिश
View my complete profile
Powered by Blogger.