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रुमानियत
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Thursday, January 28, 2021
मुँहपुरावन वाली चुमावन ...
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एक शाम किसी लार्वा की तरह कुछ बिम्बों में लिपटी चंद पंक्तियाँ मन के एक कोने में कुलबुलाती-सी, सरकती-सी महसूस हुई .. बस यूँ ही ... :- " ...
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Sunday, February 16, 2020
स्लीवलेस से झाँकती ...
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बिग एफ़ एम् 92.7 पर सोम से शुक्र तक बस यूँ ही देर रात सोते वक्त आँखें मूंदें 9 से 11 जब तुम पास ही बिस्तर पर लेटे खोई रहती हो कानों में ...
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