Showing posts with label
यादों के कनस्तर
.
Show all posts
Showing posts with label
यादों के कनस्तर
.
Show all posts
Friday, February 26, 2021
कुरकुरी तीसीऔड़ियाँ / रुमानियत की नमी ...
›
जानाँ ! ... तीसी मेरी चाहत की और दाल तुम्हारी हामी की मिलजुल कर संग-संग , समय के सिल-बट्टे पर दरदरे पीसे हुए , रंगे एक रंग , सपनों की परतो...
18 comments:
›
Home
View web version