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मोहतरमा
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Wednesday, June 9, 2021
राजा आप का .. तड़ीपार ... (भाग-४). 【अन्तिम भाग】.
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(१) "कलम आपकी, राजा आप का, अखबार आप का, लिखें, कौन रोक रहा है ? जितना चाहे लिखें।" (२) "उन्हें मोहतरमा इसलिए कह रहा हूँ, क्...
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Friday, May 8, 2020
बेचारी भटकती है बारहा ...
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सारा दिन संजीदा लाख रहे मोहतरमा संजीदगी के पैरहन में मीन-सी ख़्वाहिशें मन की, शाम के साये में मचलती है बारहा निगहबानी परिंदे की है मि...
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