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Saturday, December 7, 2019
हालात ठीक हैं ...
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1947 की आज़ादी वाली कपसती रात हों या हो फिर 1984 के उन्मादी दहकते दंगे मरते तो हैं लोग .. जलती हैं कई ज़िन्दगियाँ क़ुर्बानी और बलि के चौपाय...
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