Showing posts with label
बापू ! एक भी तो बन्दरिया ली होती
.
Show all posts
Showing posts with label
बापू ! एक भी तो बन्दरिया ली होती
.
Show all posts
Monday, September 30, 2019
बापू ! एक भी तो बन्दरिया ली होती - (तीन बन्दर बनाम तीन रचनाएँ)
›
(1)# बापू ! एक भी तो बन्दरिया ली होती ---------------------------------------- कुछ भूल हुई तुम से भी ना बापू !? उसी से तो है दुनिया आज...
14 comments:
›
Home
View web version