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फूलों की अर्थी
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Monday, October 7, 2019
बेआवाज़ चीखें
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दिखती हैं अक़्सर फूलों की अर्थियां दुकानों .. फुटपाथों चौक-चौराहों पर चीख़ते .. सुबकते पड़े बेहाल .. बेजान फूल ही चढ़ते यहाँ बेजान '...
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