Showing posts with label
पत्थर
.
Show all posts
Showing posts with label
पत्थर
.
Show all posts
Tuesday, August 10, 2021
आसमां में कहीं पर ...
›
१) ख़ैर ! ... क़ुदरत सब के साथ है, अपना हो या गैर। वक्त कितना भी हो बुरा, हो जाएगा ख़ैर .. शायद ... २) आसमां में कहीं पर ... सुना है, रहता है त...
8 comments:
›
Home
View web version