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Friday, September 27, 2019
चन्द पंक्तियाँ - (१८ ) - "मन के दूरबीन से" - बस यूँ ही ...
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(१)* माना ... इन दिनों छीन लिया है तुम्हारे सिरहाने से मेरी बाँहों का तकिया मेरे 'फ्रोजेन शोल्डर' ने ... बहरहाल आओ मन बहल...
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