Showing posts with label
जुराबें
.
Show all posts
Showing posts with label
जुराबें
.
Show all posts
Wednesday, March 24, 2021
दास्तानें आपके दस्ताने की ...
›
पापा ! ... वर्षों पहले तर्ज़ पर सुपुर्द-ए-ख़ाक के आपके सुपुर्द-ए-राख होने पर भी, आज भी वर्षों बाद जब कभी भी फिनाईल की गोलियों के या फिर कभी ...
12 comments:
›
Home
View web version