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चन्द पंक्तियाँ
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Tuesday, April 14, 2020
तट-सा मन मेरा ... - चन्द पंक्तियाँ - (२५) - बस यूँ ही ...
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बस यूँ ही ... इन उदासी भरे पलों में आओ कुछ रुमानियत जीते हैं .. मायूसी भरे लम्हों में यूँ कुछ सकारात्मक ऊर्जा पीते हैं .. आओ ना !... (...
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Thursday, February 13, 2020
फीका चाँद ...- चन्द पंक्तियाँ - (२४) - बस यूँ ही ...
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कल बीते तथाकथित "HUG DAY" के बहाने ... (१)💝 फीका चाँद ... सार्वजनिक उद्यान ढलती दुपहरी गुनगुनी धूप बसंती बयार नर्म घ...
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Sunday, January 26, 2020
गणतंत्र दिवस के बहाने - चन्द पंक्तियाँ - (२२) - बस यूँ ही ...
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*(१)* - अपनी अभिव्यक्ति की छटपटाहट को शब्दों में बाँधने के लिए आज 26 जनवरी के ब्रम्हमुहूर्त में उनींदापन में एक लम्बी जम्हाई लेता कागज़...
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