Showing posts with label
कभी-कभार ही सही
.
Show all posts
Showing posts with label
कभी-कभार ही सही
.
Show all posts
Thursday, August 12, 2021
कभी-कभार ही सही ...
›
पालथी मरवाए या कभी करवा कर खड़े कतारों में, हाथों को दोनों जुड़वाए, आँखें भी दोनों मूँदवाए, बचपन से ही बच्चों को अपने, स्कूलों - पाठशालाओं म...
10 comments:
›
Home
View web version