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ऊर्ध्वाधर
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Wednesday, March 10, 2021
अन्योन्याश्रय रिश्ते ...
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दुबकी जड़ें मिट्टियों में कुहंकती तो नहीं कभी, बल्कि रहती हैं सींचती दूब हो या बरगद कोई। ना ग़म होने का मिट्टी में, ना ही शिकायत कोई कि बेलें ...
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