Thursday, April 18, 2024
पुंश्चली .. (३९) .. (साप्ताहिक धारावाहिक)
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प्रत्येक वृहष्पतिवार को यहाँ साझा होने वाली साप्ताहिक धारावाहिक बतकही- "पुंश्चली .. (१)" से "पुंश्चली .. (३८)" तक के...
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Thursday, April 11, 2024
पुंश्चली .. (३८) .. (साप्ताहिक धारावाहिक)
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प्रत्येक वृहष्पतिवार को यहाँ साझा होने वाली साप्ताहिक धारावाहिक बतकही- "पुंश्चली .. (१)" से "पुंश्चली .. (३७)" तक के ब...
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Monday, April 8, 2024
और मन-मृदा में ...
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आज भले ही हों हम दोनों एक-दूजे से पृथक-पृथक, वृहद् जग में .. हो हमारा भले ही तन पृथक; तन वृद्ध और थका हुआ भी .. ना हों अब शेष वो मिलापों की...
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Thursday, April 4, 2024
पुंश्चली .. (३७) .. (साप्ताहिक धारावाहिक)
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प्रत्येक वृहष्पतिवार को यहाँ साझा होने वाली साप्ताहिक धारावाहिक बतकही- " पुंश्चली .. (१)" से "पुंश्चली .. (३६)" तक के ...
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Saturday, March 23, 2024
खुसुर-फुसुर ...
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ऐ जानम ! .. आओ ना आज .. आज की रात .. मिलकर साथ-साथ .. छत पर चाँदनी में डुबकी लगायी जाए और डाले हुए गलबहियाँ खुसुर-फुसुर की जाए .. सारी-सारी ...
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Thursday, March 21, 2024
पुंश्चली .. (३६) .. (साप्ताहिक धारावाहिक)
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प्रत्येक वृहष्पतिवार को यहाँ साझा होने वाली साप्ताहिक धारावाहिक बतकही- "पुंश्चली .. (१)" से "पुंश्चली .. (३५)" तक के ...
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Monday, March 18, 2024
तीन तार की चाशनी ...
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परतों के पल्लू में सिमटी-सी, सिकुड़ी-सी, मैं थी .. पके धान-सी। मद्धिम .. मद्धिम आँच जो पायी, प्रियतम तेरे प्यार की; खिलती गयी, निखरती गयी, ...
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