Saturday, July 18, 2020
गुरुत्वाकर्षण बनाम प्यार ...
›
बहुत पहले बच्चों और युवाओं को लक्ष्य कर के किसी मंचीय कार्यक्रम में एक संदेशात्मक व्याख्यान के लिए इस बकबक का संक्षिप्त रुप लिखा था। बाद म...
4 comments:
Wednesday, July 8, 2020
जानती हो सुधा ...
›
● सुबह का वक्त .. डायनिंग टेबल पर आमने-सामने श्रीवास्तव जी (♂) और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती श्रीवास्तव (♀) .. दोनों ही आज के ताज़े अख़बार के प...
8 comments:
Tuesday, July 7, 2020
आप बड़े 'वो' हैं ...
›
जैसा कि हम ने कुछ दिनों पहले ही 'लॉकडाउन' के तहत 'वर्क फ्रॉम होम' के दौरान ये सोचा था कि इन ब्लॉग के वेव-पन्नों को ही अपनी...
16 comments:
Wednesday, June 24, 2020
चंद बूँदें लहू की ...
›
माना अकड़ाते हैं अक़्सर गर्दन अपनी आप सभी, दावा किए अपनी-अपनी, कभी देवता-विशेष से मिले अपने डीएनए* की या किसी ऋषि-मुनि की या फिर किसी अवत...
6 comments:
Tuesday, June 23, 2020
बाथरूम की दीवार पर ...
›
आपको याद हो शायद .. 22 मई' 2020 को अपनी एक पुरानी रचना - " मिले फ़ुर्सत कभी तो ... " और उसकी प्रस्तुति का वीडियो भी मैं ने ...
6 comments:
Saturday, June 20, 2020
ताबूत आने की ...
›
◆(1)◆ लहानिया भीखू ज्यों करती है प्रतीक्षा उगते सूरज की छठ के भोर में अर्ध्य देने को भिनसारे, हाथ जोड़े कभी,तो कभी अचरा प...
8 comments:
Friday, June 19, 2020
बाइफोकल* सोच ...
›
■ खंडन/अस्वीकरण (Disclaimer) ■ :- ●इस कहानी के किसी भी पात्र या घटना का किसी भी सच्ची घटना या किसी भी व्यक्ति से को...
33 comments:
‹
›
Home
View web version