बंजारा बस्ती के बाशिंदे
Saturday, May 30, 2020

मोद के मकरंद से ...

›
मेरे अंतर्मन का शलभ .. उदासियों की अग्निशिखा पर, झुलस जाने की नियति लिए मंडराता है, जब कभी भी एकाकीपन के अँधियारे में। तभी त्वर...
10 comments:
Friday, May 29, 2020

पगली .. हूँ तो तेरा अंश

›
आज बकबक करने का कोई मूड नहीं हो रहा है। इसीलिए सीधे-सीधे रचना/विचार पर आते हैं। आज की दोनों पुरानी रचनाओं में से पहली तो काफी पुरानी है। ल...
14 comments:
Wednesday, May 27, 2020

जो थी सगी-सी ...

›
आज बस यूँ ही ... कुछ पुराने अखबारों की सहेजी कतरनों से और कुछेक साझा काव्य संकलन/प्रकाशन से :- वैसे तो एक दिन हमने गत दिनों के साझा-काव्य...
24 comments:
Tuesday, May 26, 2020

ऊई माँ ! ~~~

›
प्रायः टी. वी. पर कोई भी अपना प्रिय कार्यक्रम देखते समय बीच-बीच में अत्यधिक या कम भी विज्ञापन आने पर अनायास ही हमारी ऊँगलियाँ चैनल बदलने ...
10 comments:
Monday, May 25, 2020

थे ही नहीं मुसलमान ...

›
इरफ़ान हो या कामरान सिया, सुन्नी हो या पठान, सातवीं शताब्दी में पैगम्बर के आने के पहले, किसी के भी पुरख़े थे ही नहीं मुसलमान। ना ही ईसा...
Sunday, May 24, 2020

टिब्बे भी तो ...

›
कालखंड की असीम सागर-लहरें संग गुजरते पलों के हवा के झोंके, भला इनसे कब तक हैं बच पाते पनपे रेत पर पदचिन्ह बहुतेरे। यूँ ही तो हैं रूप बद...
28 comments:
Friday, May 22, 2020

मिले फ़ुर्सत कभी तो ...

›
ओपन मिक या ओपन माइक ( Open Mic/Mike ) - हाँ .. यही तो नाम है , अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति को व्यक्त करने की इस विधा का या इस मंच का। जो शा...
10 comments:
‹
›
Home
View web version

About Me

My photo
Subodh Sinha
आम नागरिक, एक इंसान बनने की कोशिश
View my complete profile
Powered by Blogger.