Saturday, May 16, 2020
जल-स्पर्श नदारद ...
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गाँव के खेत-खलिहानों में कहीं तो खेल के मैदानों में कभी लालसा बस छू भर लेने की उस जगह को जो अक़्सर थी आभास-सी कराती कि .. धरती आसमान स...
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Thursday, May 14, 2020
" बताइए ना पापा " - ...
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अगर पूरा पढ़ने का समय हो तभी आगे बढ़िएगा / पढ़िएगा ... हमलोगों ने इन अनायास आयी वैश्विक विपदा की परिस्थितियों के दौरान हमारी सुरक्षा के लिए ...
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Wednesday, May 13, 2020
महज़ एक इंसान ...
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मैं हूँ तो इंसान ही। मेरे पास भी है ही ना एक मानव मन। वह भी वैसा इंसान ( कम से कम मेरा मानना है ) जिसने दिखावे के लिए कभी संजीदगी के पैरहन ...
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Tuesday, May 12, 2020
साँझा चूल्हे से बकबक - भाग-१.
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साँझा चूल्हा की शुरुआत अनुमानतः सिक्खों द्वारा पँजाब प्रांत में की गई होगी। खैर .. शुरुआत कभी भी और कहीं भी हुई हो या वजह जो भी रही हो; बेश...
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Monday, May 11, 2020
मचलते जुगनूओं की तरह ...
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कल सुबह रविवार के दिन (10.05.2020 ) 'लॉकडाउन-3.0' में बाज़ार को मिली आंशिक छूट और 'सोशल डिस्टेंसिंग' का पालन करता हुआ अपनी...
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Saturday, May 9, 2020
अम्मा की गर्भनाल के बहाने ...
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हमारे परिधान, खान-पान और भाषा मतलब मोटे-मोटे तौर पर कहा जाए तो हमारे रहन-सहन पर अतीत के कई विदेशी हमलावर, लुटेरे और शासकों की सभ्यता-संस्कृ...
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Friday, May 8, 2020
बेचारी भटकती है बारहा ...
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सारा दिन संजीदा लाख रहे मोहतरमा संजीदगी के पैरहन में मीन-सी ख़्वाहिशें मन की, शाम के साये में मचलती है बारहा निगहबानी परिंदे की है मि...
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