बंजारा बस्ती के बाशिंदे
Saturday, December 21, 2019

मूर्ति न्याय की ...

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हम सुसभ्य .. सुसंस्कृत .. बुद्धिजीवी .. बारहा दुहाई देने वाले सभी अपनी सभ्यता और संस्कृति की अक़्सर होड़ में लगे हम उसे बचाने की बात-बात ...
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Thursday, December 19, 2019

हम कब होंगें कामयाब ...?

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" हम होंगे कामयाब एक दिन "... जैसा मधुर , कर्णप्रिय और उत्साहवर्द्धक समूहगान जिसे हम में से शायद ही कोई होगा, जिसने जन्म लेने और ...
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Tuesday, December 17, 2019

एक ऊहापोह ...

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था सुनता आया बचपन से अक़्सर .. बस यूँ ही ... गाने कई और कविताएँ भी जिनमें ज़िक्र की गई थी कि गाती है कोयलिया और नाचती है मोरनी भी पर सच...
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Sunday, December 15, 2019

अलाव ...

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अलाव पहला जलाया होगा आदिमानव ने हिंसक जंगली पशुओं से रक्षा की ख़ातिर जब चिंगारी चमकी होगी अचानक पत्थरों से अब भी यूँ तो जलते आए हैं अलाव ...
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Thursday, December 12, 2019

जींसधारी से लेकर जनेऊधारी तक...

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"सत्यमेव जयते" की तिलक अपने माथे पर लगाए अन्य भारतीय सरकारी संस्थानों या अदालतों की तरह बिहार की राजधानी पटना में भारत सरकार के व...
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Tuesday, December 10, 2019

सूरज से संवाद ...

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( चूंकि सर्वविदित है कि मैं आम इंसान हूँ .. कोई साहित्यकार नहीं .. अतः इसकी "विधा" आप से जानना है मुझे। प्रतीक्षारत ...) हे स...
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Saturday, December 7, 2019

हालात ठीक हैं ...

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1947 की आज़ादी वाली कपसती रात हों या हो फिर 1984 के उन्मादी दहकते दंगे मरते तो हैं लोग .. जलती हैं कई ज़िन्दगियाँ क़ुर्बानी और बलि के चौपाय...
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Subodh Sinha
आम नागरिक, एक इंसान बनने की कोशिश
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